लौकी एक प्राकृतिक औषधि और पौष्टिक सब्जी है जो भारतीय रसोई में व्यापक रूप से प्रयोग की जाती है। यह फलीभाजी होती है और उसका रंग हरा होता है। लौकी को वार्षिक बेल या खरबूज के परिवार का हिस्सा माना जाता है। यह गर्मियों की सब्जी होती है जिसमें पानी की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करती है। लौकी का प्रयोग शाकाहारी, शाकाहार, और नॉनवेजीयन खाने वाले लोगों द्वारा किया जाता है। लौकी में पानी की अधिक मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखती है और ताजगी बनाए रखती है।
Let’s Discuss Benefits lauki and how to make different ways at home hindi
Different ways to make lauki
लौकी की सब्जी: लौकी को टुकड़ों में काटकर उसमें नमक, मिर्च और धनिया पाउडर मिलाकर बनाई जा सकती है। इसमें थोड़ा तेल डालकर पकाया जाता है। लौकी का रायता: लौकी को कद्दूकस करके दही में मिलाकर रायता बनाया जा सकता है। इसमें नमक, काली मिर्च, और जीरा भूनकर डाला जा सकता है। लौकी का हलवा: लौकी को गुड़ या चीनी के साथ पकाकर मिठाई रूप में बनाया जा सकता है। इसमें गरम मसाले और नट्स भी मिलाए जा सकते हैं। लौकी का कच्चा सलाद: लौकी को पतले लंबे टुकड़ों में काटकर नमक, काली मिर्च, नींबू का रस, और मसालों के साथ मिलाकर सलाद बनाया जा सकता है।
Most liked recepie of lauki (lauki ka halwa)
लौकी
घी
दूध
चीनी
इलायची पाउडर
खोया (वॉरी)
बादाम और पिस्ता (कटा हुआ)
केसर (साफ़ा)
लौकी का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन लें और उसमें घी गरम करें। फिर कद्दूकस किया हुआ लौकी डालें और उसे हल्के से गुलाबी होने तक पकाएं। इसके बाद दूध डालें और लौकी को दूध के साथ मिला दें। अब लौकी को धीरे-धीरे पकाएं और दूध का सार उबाल जाने तक पकाएं।
जब लौकी और दूध मिलकर एकसाथ अच्छे से पक जाएंगे, तो इसमें चीनी डालें और उसे मिला दें। चीनी को अच्छे से मिलाकर हलवा को और भी मीठा बनाएं। इसके बाद इलायची पाउडर डालें और मिलाएं। इलायची का उपयोग हलवा को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। अब खोया को हलवा में डालें और अच्छे से मिलाएं। खोया के मिलने से हलवा का स्वाद और भी अधिक बढ़ जाएगा। जब आपका हलवा अच्छे से पक जाएगा और तेल अलग हो जाएगा, तो आप इसे अच्छे से मिलाएं। इसके बाद गरम गरम हलवा को परोसें और उस पर काटे हुए बादाम, पिस्ता, और केसर से सजाएं।
यह थी लौकी का हलवा बनाने की सरल विधि। यह हलवा खासतौर पर व्रतों और त्योहारों में बनाया जाता है। इसका स्वाद अद्भुत होता है और यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। लौकी में प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी होती है। तो अब आप भी इस मीठे और स्वादिष्ट हलवे का आनंद लें और अपने परिवार को इस बहुत ही स्वादिष्ट बनायें।
lauki juice benefits ayurveda
लौकी का रस आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है। यह रस स्वास्थ्य के लिए कई फायदों का स्रोत होता है। लौकी का रस पाचन को सुधारता है, जिससे अपाचन, अम्लपित्त, और वात विकारों का नियंत्रण होता है। यह रक्तशोधक होता है और खून की सफाई को बढ़ावा देता है। लौकी के रस में विटामिन C, विटामिन B, और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देती है और शरीर को मजबूत बनाती है। इसके अलावा, लौकी का रस शरीर की ताजगी को बनाए रखता है, रोगों के खिलाफ रक्षा प्रदान करता है, और मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है। आयुर्वेद में, लौकी का रस एक सार्वजनिक औषधि के रूप में प्रशंसित किया जाता है जो शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारता है।
कच्चा लौकी खाने के कई फायदे
कच्चा लौकी खाने के कई फायदे हैं। यह एक सुपरफूड है जो न्यूट्रिशन से भरपूर है और कम कैलोरी में उच्च पोषक तत्वों का स्रोत है। लौकी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारती है और वजन नियंत्रण में मदद करती है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, और फॉलेट एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। कच्चा लौकी खाने से शरीर को ताजगी मिलती है, इसमें पानी की अधिक मात्रा होती है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखती है। इसके अलावा, यह विषाक्त तत्वों का निकालने में मदद करता है और शरीर की साफ-सुथरी को बनाए रखता है।
FAQ
लौकी का रस पीने का सही समय क्या है?
सर्दी और गर्मी के मौसम में लौकी का रस पीना फायदेमंद होता है। सुबह के समय या भोजन के पहले पीना अधिक उपयोगी होता है।
लौकी के कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?
कुछ लोगों को लौकी से एलर्जी हो सकती है, गर्भावस्था के दौरान, लौकी का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए